Friday, October 27, 2006

गुमा

उनको गुमा है कि उनके कायल बहुत हैं,
दर्द - ए-दिल लेने को उनके घायल बहुत हैं

लेकिन परश्तिश - ए - बुत में शाफाकात नही,
ऐसी ही शहर में हुस्न्वालो कि कमी नही

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