Wednesday, August 29, 2007

जालिम

वो आये हमारी महफिल में और

एक नज़र देखा भी नही

ना दुआ सलाम किया

नज़र तो मिला ज़ालिम

देख तो सही की तेरी बेरुखी ने ,

क्या हाल है किया ।

Monday, August 06, 2007

महक

लाख छुपाओ दिल की बातें ,
और ना लब से बोलो कुछ ,
हवा भी दिल को छूकर गुजरती है ,
महक बता देगी की दिल में कौन छुपा है ।